रहली विधानसभा के लिए गोपाल भार्गव का संदेश
प्रिय क्षेत्रवासियों
वर्तमान में विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है, जिसके कारण मैं पिछले पाँच दिनों से भोपाल में उपस्थित हूँ। किसानों से संबंधित महत्वपूर्ण विषय—फर्टिलाइज़र, भावांतर, एवं मक्का के दाम—को लेकर मुझे विधानसभा में तथा मुख्यमंत्री जी से विस्तृत चर्चा करनी है, जो अत्यंत आवश्यक है।
इसी बीच, कल रात्रि में मुझे जानकारी प्राप्त हुई कि मुरारी पांडे नामक व्यक्ति, जो मूल रूप से रहली विधानसभा क्षेत्र के गांव संदई मड़िया का निवासी है और वर्तमान में सागर में रहता है, ने शराब के नशे में एक समाज विशेष के प्रति बिना किसी कारण अत्यंत अपमानजनक एवं अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया है।
यह कृत्य अत्यंत निंदनीय है, जिसकी मैं कड़ी शब्दों में निंदा करता हूँ।
मैंने सागर जिले के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से इस व्यक्ति के विरुद्ध सबसे कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। यह व्यक्ति घर में ताला लगाकर फरार है, परंतु पुलिस जल्द ही उसे पकड़ लेगी
ऐसी घटनाएँ अक्सर तब सामने आती हैं जब हमारे क्षेत्र में सामाजिक सौहार्द, भाईचारा और आपसी प्रेम बढ़ता है। कई बार कुछ लोग—स्वयं या किसी के उकसावे पर—ऐसी बयानबाजी इस उद्देश्य से करते हैं कि समाज में तनाव पैदा हो और लोग आपस में भिड़ जाएँ।
आने वाले समय में पंचायत, जनपद, जिला पंचायत, मंडी, नगरीय निकायों के चुनाव तथा तीन वर्ष बाद विधानसभा चुनाव भी होने हैं। ऐसे में सम्भव है कि कुछ लोग शराब पिलाकर या भ्रम फैलाकर हमारे क्षेत्र की शांति और सामाजिक एकता को भंग करने का प्रयास करेंगे।
लेकिन हमें समझना चाहिए कि हमारी उत्तेजना ही उनकी ताकत बनती है।
हमारे क्षेत्र में अनेक जातियाँ व समुदाय हैं। यदि किसी भी समुदाय के बारे में दो-चार गैर-जिम्मेदार लोग बयानबाजी करेंगे और हम हर बार भावनात्मक होकर प्रतिक्रिया देंगे, तो समाज टूटेगा और दोषी लोग दूर बैठकर तमाशा देखते रहेंगे।
मेरे विरुद्ध भी प्रतिदिन अनेक बातें लिखी एवं बोली जाती हैं, परंतु मैंने आज तक न किसी को उत्तर दिया और न ही किसी के खिलाफ शिकायत की। मैं ऐसे किसी समूह से जुड़ा भी नहीं हूँ—क्योंकि मेरा विश्वास संवाद, धैर्य और एकता में है।
मेरे प्रिय क्षेत्रवासियों,
ऐसे गैर-जिम्मेदार, नशे में चूर लोगों की बातों में आकर उत्तेजित न हों।
हमेशा की तरह हमारे बीच प्रेम, विश्वास और सामाजिक सौहार्द बनाए रखें।
हमारे क्षेत्र की शक्ति हमारी एकता, समझदारी और संयम है—उसी को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।

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